वीर बाल दिवस: सच्चे साहस और बलिदान की कोई उम्र सीमा:राज्यपाल

देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरुवार को वीर बाल दिवस के अवसर पर कहा आज वीर साहिबजादों के त्याग,बलिदान, साहस को याद करने का दिन है,जिन्होंने अपने धर्म, संस्कृति और राष्ट्र के लिए अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि नन्हें साहिबजादों ने अत्याचारियों की बात न मानते हुए सिख धर्म की उस महान परम्परा को आगे बढ़ाया,जिसमें अन्यायी शासकों के सामने कभी न झुकने की महान शिक्षा दी गई है। उन्होंने कहा कि यह दिन एक संदेश देता है कि सच्चे साहस और बलिदान की कोई उम्र सीमा नहीं होती।
वीर बाल दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल ने वीर साहिबजादों को श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन किया। उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह के महान बलिदानी पुत्रों की शहादत को वीर बाल दिवस के रूप में मनाये जाने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने ऐसे योद्धाओं के बलिदान को चिरस्थायी बनाने का जो कार्य किया है उसे सदैव याद किया जाएगा। राज्यपाल ने कहा कि वीर बाल दिवस हम सभी के लिए न केवल शौर्य और त्याग का प्रतीक है, बल्कि यह हमें अपने अतीत के गौरव को समझने और भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरित करने का अवसर भी प्रदान करता है। यह दिवस भारतीयता की रक्षा के लिए, कुछ भी कर गुजरने के संकल्प का प्रतीक है। इस कार्यक्रम में गुरमत संगीत विद्यालय, ऋषिकेश के छात्रों द्वारा ‘‘गाथा-ए-बलिदान’’ शीर्षक से एक संगीतमय प्रस्तुति दी गई। इस भावात्मक प्रस्तुति ने दर्शकों को गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों के बलिदान की अमर कहानी से अवगत कराया। वीर बाल दिवस के अवसर पर हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘‘चार साहिबजादे’’ का विमोचन किया गया, जिसे डॉ. परमवीर सिंह और डॉ. कुलविन्दर सिंह द्वारा संपादित किया गया है। वहीं संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा प्रकाशित ’’साहिबजादेः परंपरा के अग्रदूत‘‘ पुस्तक का विमोचन भी किया गया जिसका संपादन डॉ. अजय परमार द्वारा किया गया। यह पुस्तकें गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों के त्याग, वीरता और बलिदान पर आधारित है।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने विशेष पहल के रूप में ‘‘एटरनल गुरु’’ एआई चौटबॉट का अनावरण किया। यह चौटबॉट गुरबाणी पर आधारित है, जो श्री गुरु ग्रन्थ साहिब के आध्यात्मिक मार्गदर्शन तथा शिक्षाओं को तकनीक के माध्यम से जन-जन तक पहुंचाने में सक्षम है। इस चौटबॉट को उत्तराखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय द्वारा हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के सहयोग से तैयार किया गया है। कार्यक्रम में हेमकुंड मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा ने वीर साहिबजादों को याद करते हुए इस दिवस के महत्व पर अपने विचार रखे। डॉ. कुलविंदर सिंह, सहायक प्रोफेसर, पंजाबी विश्वविद्यालय, पटियाला द्वारा ‘‘एक ओंकार-गुरु नानक देव जी का संदेश’’ विषय पर एक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। उन्होंने गुरु नानक देव जी के मानवता, भाईचारे और आध्यात्मिक मूल्यों पर प्रकाश डाला।
वीर बाल दिवस कार्यक्रम में प्रथम महिला गुरमीत कौर, सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया, बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना, महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चन्द्र शास्त्री, तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओंकार सिंह, चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एम एल बी भट्ट, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरुण कुमार त्रिपाठी, डॉ. अजय परमार, डॉ. परमवीर सिंह, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव, उप सचिव जी डी नौटियाल सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।