देहरादून, नीरज कोहली: वर्तमान में मानसून के दृष्टिगत सचिवालय परिसर अवस्थित आपदा परिचालन केन्द्र में विभिन्न विभागों से नामित नोडल अधिकारियों द्वारा मानसून ड्यूटी के अन्तर्गत कार्य किया जा रहा है। इन नोडल अधिकारियों का मुख्य कार्य वर्तमान मानसून काल में राज्य में घटित किसी भी आपदा व आपातकालीन स्थिति में अपने-अपने विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित किया जाना है। ज्ञात हो कि राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा विभागीय वेबसाइट के अन्तर्गत अन्य पोर्टल जिसमें Integrated Disaster Management System (IDMS), Uttarakhand State Disaster Management System तथा भारतीय मौसम विभाग (IMD)की वेबसाइट के माध्यम से पूर्व चेतावनी जारी की जाती है।
अमित शर्मा, System Expert द्वारा Integrated Portal एवं मोबाईल ऐप के विषय में विस्तृत Demonstration दिया गया। उक्त पोर्टल में IMD, CWC, Irrigation आदि सभी विभागों द्वारा लगाये Sensors का डाटा एकीकृत किया गया है, जिसकी सहायता से मानसून के समय घटित होने वाली आपदा या किसी भी आपातकालीन स्थिति में त्वरित कार्यवाही करते हुये विभागों में आपसी समन्वय स्थापित किया जा सकता है।
रोहित कुमार, GIS Expert तथा मनी जो, Project Scientist द्वारा DSS के अन्तर्गत परिवेक्षण (Monitoring), राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र (EOC), आपातकालीन सेवाऐं (Emergency Services) निकासी एवं बचाव (Evacuation and Recuse) मार्ग की स्थिति (Road Status) शरण स्थल (Shelter) की जानकारी एवं घटनाओं के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।
आज दिनांक 27 जून, 2023 को सचिव, उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण, एवं पुनर्वास द्वारा निर्गत निर्देशों के क्रम में राज्य आपदा परिचालन केंद्र में तैनात समस्त विभागीय नोडल अधिकारियों तथा उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण (USDMA) के विशेषज्ञ एवं अन्य अधिकारियों को उक्त समस्त वेबसाइट तथा उससे सम्बन्धित मोबाईल ऐप के विषय में जानकारी देते हुए प्रशिक्षण दिया गया।
इस अवसर पर सविन बंसल, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी-प्रशासन, उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा समस्त विशेषज्ञों तथा अधिकारियों को वेबसाइट एवं मोबाइल ऐप का मानसून काल में उपयोग करते हुए अपने दायित्वों का सतर्कता से अनुपालन करने हेतु निर्देशित किया गया।