देहरादून, नीरज कोहली। भाजपा ने अतिक्रमण हटाओ अभियान मे नाम पर कांग्रेस कर विरोध प्रदर्शन पर तंज कसते हुए कहा कि 2014 मे जब संशोधन के जरिये उत्तराखंड पार्श्व भूमि नियंत्रण अधिनियम अस्तित्व मे आया तो आज मौन उपवास करने वाले नेता भी तब मौन रूप धारण कर बैठे थे। अब लोगों के बीच भ्रम की स्थिति उत्पन्न करने के लिए तमाम तरह की जोर आजमाइश कर रही है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश मे अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही अदालत के निर्देश पर चल रही है और इसके लिए जिम्मेदार अपने लाये संशोधन विधेयक से अंजनान बन रही है।
उन्होंने कहा कि अदालत के निर्देश पर प्रदेश भर मे अतिक्रमण हटाने को अभियान चल रहा है, लेकिन सरकार की पूरी सहानुभूति सालों से इन क्षेत्रों मे अपना रोजगार चला रहे लोगों के साथ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये हैं कि किसी भी निर्दाेष की संपत्ति पर छेड़छाड़ न की जाय और उत्पीड़न हटाने से पहले पुख्ता जानकारी ली जाय। उन्होंने कहा कि 2014 मे लाये गए संशोधन विधेयक मे यह व्यवस्था की गयी है कि सड़क के दोनो और 5 मीटर की भूमि पर किसी तरह से निर्माण अतिक्रमण के दायरे मे होगा। आज कांग्रेस भूमि की श्रेणि और तमाम तकनीकी पहुलुओं का परामर्श दे रही है, लेकिन जब संसोधन लाया गया था तो पहाड़ की भौगोलिक परिस्थितियों का अध्ययन किया होता तो आज यह स्थिति न होती।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पार्श्व भूमि नियंत्रण अधिनियम मे कांग्रेस ने जांनबुझकर आम लोगों के हितों की अनदेखी की और अब लोग परेशान है तो उनके साथ खड़ा होने का दिखावा कर रही है। चौहान ने कहा कि पुष्कर सिंह धामी सरकार लोगों को उजाड़ने के लिए नही बल्कि उन्हे रोजगार मुहैया कराने के लिए कृत संकल्पित है एवं इसके लिए धरातल पर योजनाओं का क्रियान्वयन किया है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों मे चाल, खाल, भूमि और रोजगार के लिए सरकार सतर्क और उसकी भावनाएं आम लोगों के साथ है। कांग्रेस को सकारात्मक राजनीति का परिचय देने की जरूरत है और भ्रम फैलाकर उसे कोई लाभ नही होने वाला है।