देहरादून, नीरज कोहली। जिलाधिकारी के निर्देशों के क्रम में मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान की अध्यक्षता में ऋषिपर्णा सभागार कलेक्टेªट में उत्तराखण्ड ग्राम्य विकास समिति अन्तर्गत गठित ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना की जिला स्तरीय समन्वयन बैठक आहुत की गयी। बैठक में जिला स्तरीय विभिन्न रेखीय विभागों के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार परक प्रशिक्षण के साथ ही महिलाओं की आर्थिकी बढाने की दिशा में कार्य करें तथा जरूरतमंद महिलाओं कों समूह के माध्यम से जोड़े। निर्देशित किया कि स्थानीय उत्पादों को राज्य के ब्रांड हिलांस के माध्यम से बाजार में उतारें साथ ही उत्पादों की गुणवत्ता बनाये रखने तथ स्वंयसहायता समूहों को प्रशिक्षण प्रदान करें। उन्होंने बाजार मांग के अनुरूप उत्पाद बाजार में उतारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता एवं विशेषता का विभिन्न माध्यम से प्रचार-प्रसार करें ताकि उत्पादों का उचित बाजार मिल सके महिलाओं एवं ग्रामीण उद्यमियों की आर्थिकी मजबूत हों। उन्होंने महिलाओं को कपडे़ ;जैसे- कुर्ता, शर्ट, आदिद्ध का प्रशिक्षण देने तथा वृहद स्तर पर इसकी युनिट स्थापित करने हेतु संभावना तलाशने तथा बेहतर पैकेजिंग आदि के सुझाव दिए गए।
मुख्य विकास अधिकारी ने जिला परियोजना प्रबंधक, देहरादून एवं रेखीय विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि परियोजना गतिविधियों के सुचारू रूप से संचालन हेतु आपसी समन्वयन स्थापित करते हुए कार्य करें। उन्होंने बाजार की माँग के अनुरूप उत्पादों को तैयार करने तथा उद्यम स्थापना करने हेतु सुझाव दिया साथ ही उनके द्वारा ब्रांडिंग को और बेहतर बनाने एवं प्रमोशन करने के निर्देश दिए। महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की गुणवत्ता आदि को देखते हुए उन्हें नियमित बाजार उपलब्ध कराने एवं उनकी आय में वृद्धि करने के उद्देश्य से परियोजना को विकास भवन सभागार अंतर्गत बनी दुकान को आवंटित करने हेतु कहा।
बैठक में जिला परियोजना प्रबंधक, रीप, देहरादून द्वारा परियोजना अन्तर्गत प्रस्तावित गतिविधियों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी तथा वित्तीय वर्ष 2023-24 में परियोजना की वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट का प्रस्तुतीकरण किया गया। परियोजना अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में वर्तमान तक किये गये कार्याे की प्रगति एवं उपलब्धियों से अवगत कराया गया। चर्चा के क्रम में जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा अवगत कराया गया कि परियोजना एवं रेखीय विभागों के साथ अभिसरण (ब्वदअमतहमदबम) के माध्यम से प्रस्तावित गतिविधियों का क्रियान्वयन किया जाना है। जिला परियोजना प्रबन्धक द्वारा बताया गया कि परियोजना अंतर्गत समूह एवं संकुल स्तर पर विभिन्न उद्यमों को विभागों के साथ आपसी समन्वय एवं सहयोग से स्थापित किया जाना है, जिनका संचालन संकुल स्तरीय फेडरेशन के द्वारा किया जाएगा। जिससे महिलाओं की आय में वृद्धि होगी एवं उन्हें रोजगार भी प्राप्त होगा। साथ ही परियोजना अंतर्गत विभिन्न प्रशिक्षण प्रस्तावित हैं, जिन्हें विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए पूर्ण किया जाना है। साथ ही वर्तमान तक इस वित्तीय वर्ष में पूर्ण किए गए प्रशिक्षणों से सम्बन्धित उद्यमों को स्थापित किया जाएगा। बैठक में परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. मीनाक्षी जोशी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विद्यासागर कापड़ी, जिला परियोजना प्रबन्धक, जिला परियोजना प्रबन्धन इकाई यूजीवीएस-रीप कैलाश चन्द्र भट्ट, एन.आर.एल.एम., उपासक एवं अन्य रेखीय विभागों के अधिकारीगण एवं प्रतिनिधियों व जिला परियोजना प्रबंधक, देहरादून एवं समस्त रीप स्टॉफ उपस्थिति रहें।