-’संयुक्त टीम ने बचाव में किया फायर, बदमाश विक्रम के पैर में लगी गोली’
-’अभियुक्त विक्रम की निशानदेही पर एक लोडेड पिस्टल की गई बरामद’
-अब तक घटना व साजिश में शामिल आठ अभियुक्त हो चुके हैं गिरफ्तार’
देहरादून। रिलायंस ज्वैलरी शोरूम लूट प्रकरण में वांछित 04 अन्य अभियुक्तों की तलाश हेतु दून पुलिस तथा एस0टी0एफ0 की टीमों द्वारा अलग-अलग प्रांतों में लगातार दबिशें दी जा रही हैं। अभियुक्तों की तलाश हेतु उत्तर प्रदेश गई पुलिस टीम को 8 दिसंबर को मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली कि डकैती की घटना में शामिल एक अभियुक्त विक्रम कुशवाहा पीलीभीत में छुपा है, जिस पर एक एसटीएफ की पुलिस टीम द्वारा जनपद पीलीभीत में कजरी निरंजनपुर कस्बे में दबिश देकर अभियुक्त विक्रम कुशवाहा को गिरफ्तार किया गया, जिसे बाद पूछताछ देहरादून लाया गया। देहरादून में अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ में उसके द्वारा 9 नवंबर को रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में अपने अन्य साथियों के साथ डकैती की घटना को अंजाम देना तथा घटना के बाद पुलिस चैकिंग से बचने के लिये घटना में प्रयुक्त पिस्टल को प्रेमनगर क्षेत्रान्तर्गत शिमला बाईपास रोड पर जंगल में छुपाना बताया गया। जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त को साथ ले जाकर पिस्टल व अन्य सामान की बरामदगी के प्रयास किये गये। शिमला बाईपास से अन्दर जंगल में पिस्टल बरामदगी कराने के दौरान अभियुक्त द्वारा मौका देखकर पूर्व में जंगल में छुपाई गई लोडेड पिस्टल से पुलिस टीम पर जानलेवा हमला करने की नीयत से फायर कर दिया तथा मौके से भागने का प्रयास करने लगा, पुलिस टीम द्वारा अपने बचाव में अभियुक्त पर जवाबी फायर किया गया। जिसमेें अभियुक्त के पैर पर गोली लग गई। पुलिस द्वारा मौके पर अभियुक्त को दबोचते हुए उसके पास से लोडेड पिस्टल को बरामद करते हुए अभियुक्त को उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पूछताछ में अभियुक्त विक्रम कुशवाहा द्वारा बताया गया कि बिहार जेल में बंद अभियुक्त शशांक व सुबोध के कहने पर उसने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर रिलायंस शोरूम में डकैती की घटना को अजांम दिया था। घटना से पूर्व 31 अक्टूबर को अभियुक्त बिहार से अपनी गैंग के अन्य साथियो रोहित व अन्नू के साथ स्विफ्ट डिजायर कार से अम्बाला आया था, अम्बाला में उतरने के बाद वह सीधे बिजनौर पहुँचा, जहां 05ध्06 नवम्बर को उसे 02 व्यक्तियो द्वारा घटना में प्रयुक्त आर्टिगा गाडी दी गई थी। जिसे लेकर वह देहरादून आया था। 9 नवंबर को घटना से पूर्व अभियुक्त प्रिंस द्वारा उसे तथा घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों को अस्लहे उपलब्ध कराये गये थे। घटना को अंजाम देने के लिये अभियुक्त प्रिंस, अभिषेक तथा 02 अन्य लोगों के साथ शो रूम में गया था तथा अभियुक्त विक्रम आर्टिगा कार के साथ शो रूम के बाहर रूका था। घटना को अंजाम देने के बाद वे सभी अलग-अलग रास्तों से सहसपुर की ओर निकले तथा रास्ते में शंशाक तथा सुबोध के कहने पर उनके द्वारा सेलाकुई में सुनसान इलाके में अपनी -अपनी गाडियां छोड़ दी तथा अपने पास मौजूद अस्लहे को जंगल में छुपा कर अलग-अलग माध्यमांे से वे सभी देहरादून से बाहर निकल गये। अभियुक्त द्वारा घटना में लूटे गये माल को अविनाश व राहुल द्वारा ले जाना बताया गया, जिसके सम्बन्ध में अभियुक्त से विस्तृत पूछताछ की जायेगी।