देहरादून, नीरज कोहली। भाजपा ने कांग्रेस के द्वारा चमोली हादसे को लेकर लगाए गए आरोप प्रत्यारोप पर नसीहत देते हुए कहा कि राहत कार्यो मे पीड़ितो तक पहुँचने के लिए प्रतिस्पर्धा नही, बल्कि समर्पित भाव से कार्य करना जरूरी है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान ने कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के बयान को हास्यास्पद करार देते हुए कहा कि घटना स्थल पर पहले कौन गया यह सवाल नही, बल्कि पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए तत्काल क्या किया गया। उन्होंने कहा कि घटना के बाद सबसे पहले जो घायल थे उनकी जान बचानी जरूरी थी और उन्हे अस्पताल पहुंचाया गया तो साथ ही कुछ लोगों को एयर लिफ्ट कर ऋषिकेश भेजा गया। प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ ही मामले को मॉनिटर कर रहे थे। जहाँ तक कांग्रेस का सवाल है तो ऐसे आरोपों से साफ है कि वह महज वहाँ हाजिरी लगाने की औपचारिकता का निर्वहन करने गए और इसे किस तरह से राजनैतिक तूल दिया जा सके।
चैहान ने कहा कि ऋषिकेश से घायलों को उपचार के बाद चमोली भेजने के लिए वाहन की व्यवस्था पर भी वह निराधार वक्तव्य दे रहे है। 5 घायल लोगों को उनके परिजनों के साथ प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट जी ने निजी व्यय पर प्राइवेट वाहन से भेजा, लेकिन वह इसमे भी राजनैतिक गुंजाइश ढूंढ रहे है। हालांकि दुख की इस घड़ी मे ऐसे कथन से बचा जाना चाहिए। चैहान ने कहा कि घटना के तत्काल बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाने का कार्य शुरू हुआ और मुख्यमंत्री एम्स मे शाम को घायलों और परिजनों से भी मिले। साथ ही घटना की मजिस्ट्रेटी जाँच के भी निर्देश दिये गए। अब तक दो अधिकारी निलंबित किये गए है। राहत राशि घोषित की गयी है, लेकिन कांग्रेस को कुछ नही सूझ रहा है। भाजपा अध्यक्ष मृतकों के परिजनों एवं घायलों के लगातार संपर्क मे हैं और सीएम भी पूरे मामले को मॉनिटर कर रहे है।
चैहान ने कहा कि आपदाग्रस्त क्षेत्रों मे तत्काल राहत कार्य शुरू हो रहे है, और सीएम रात्रि मे भी कंट्रोल रूम से स्थिति का जायजा ले रहे है। संगठन भी राहत कार्यो मे जुटा है और विधायक और सांसदों तक की जिम्मेदारी तक तय की गयी है। लेकिन कांग्रेस इसे भी नही पचा पा रही है। कांग्रेस नेता महज सुर्खियों के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे है और उन्हे आपदा पीड़ितों से कोई लेना देना नही है। चैहान ने कहा कि अब प्रदेश मे हर घटना पर तत्काल राहत और रेस्पोंस हो रहा है, कांग्रेस को राहत कार्यो मे राजनीति के बजाय हाथ बंटाने के लिए आगे आना चाहिए।